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"जबरन कुटाई करने वाले दरोगा हुये कैमरे में कैद"


"जबरन कुटाई करने वाले दरोगा हुये कैमरे में कैद"

सही हो या गलत सिर्फ सुनो हिटलर दरोगा की,

मुंह से आवाज निकली तो कुटाई सुनिश्चित,


दुकान में घुस कर निर्दोष दुकानदार को जमकर लाठियों से पीटा,

चौकी इंचार्ज लाल कॉलोनी आलोक तिवारी की दबंगई का वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी में हुआ कैद।

पीडित दुकानदार ने सीओ बाबूपुरवा और थाना किदवई नगर प्रभारी से लगाई न्याय की गुहार,

किदवई नगर थाना क्षेत्र के निराला नगर इलाके की घटना,
दरोगा की गुंडई पर अधिकारियों ने साधी चुप्पी ।




इन दिनों कोरोनावायरस को देखते हुए देश भर में 21 दिन का लॉक डाउन है लगातार पुलिसकर्मी लॉक डाउन को सफल बनाने में भी जुटे हुए हैं। मगर इसी दौरान कुछ ऐसे भी पुलिसकर्मी है जो लॉक डाउन का फायदा उठाकर लोगों से जबरन मारपीट कर वर्दी की दबंगई का एहसास आम जनता को कराते हैं कुछ ऐसी ही दबंगई कानपुर महानगर के किदवई नगर थाना क्षेत्र के निराला नगर में देखने को मिली। दुकानदार विजय मिश्रा के मुताबिक उनकी दूध डेयरी की दुकान है और उन्होंने जिला प्रशासन के निर्देशानुसार आम ग्राहकों के लिये दुकान खोली थी दुकान के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग को देखते हुए रस्सी भी बांध रखी है  साथ ही साथ एक से दो मीटर की दूरी पर लोगों को खड़े होने के लिए गोले भी बना रखें है। जिसके बाद आज सुबह जब उन्होंने अपनी दुकान खोली तो 8:00 से 8:30 के बीच में चौकी इंचार्ज लाल कॉलोनी आलोक तिवारी उनकी दुकान पर आए और दुकान बंद करने का दबाव बनाने लगे। जब उन्होंने दुकान बंद कराने का कारण पूछा तो चौकी इंचार्ज आलोक तिवारी उनकी दुकान के भीतर घुस गए और लाठी डंडों से पीटना शुरू कर दिया । चौकी इंचार्ज का मारपीट करते हुए वीडियो दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। जिसे दुकानदार ने अब सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया है। दुकानदार विजय मिश्रा की मानें तो उन्होंने अपने साथ हुई घटना की जानकारी सीओ बाबूपुरवा और थाना प्रभारी क़िदवई को भी दी है अब ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि जहां पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन लोगों से घरों में रहने की अपील कर रहा है और जरूरतमंद दुकानें भी खोलने के आदेश किए गए हैं। ऐसे में जब पुलिसकर्मी दुकानदारों के साथ इस तरीके का सलूक करेंगे तो आखिर लोगों तक जरूरत के सामान कैसे पहुंचेंगे। देखने वाली बात यह है कि क्या चौकी इंचार्ज के खिलाफ पुलिस के आला अधिकारी कोई कार्रवाई करते हैं या नहीं ?


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