कानपुर-
योगी के बयान को कानपुर कमिश्नरेट पुलिस साबित कर रही जुमला
विजय नगर चौराहे पर लूट हुई और लुटेरे ढेर होने के बजाएं हो गए फरार
CM साहब के कमेंटमेंट का ही कुछ ख़्याल रख लिया होता CP साहब !
उत्तर प्रदेश के मख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के इस बयान को गौर से सुनिए, नहीं सुना तो दुबारा सुनिए। कानपुर में बीती 9 तारीख को मुख्यमंत्री ने मंच से कहा की अब हर चैराहे पर सीसीटीवी कैमरे लग गए है अगर किसी लुटेरे ने दुरसाहस किया तो एक चौराहे से लूट कर वो अगले चौराहे तक ढेर कर दिया जाएगा ...... लेकिन कानपुर कमिश्नरेट में आप का ये बयान महज के जुमले जैसा लग रहा है क्योंकि यहाँ चौराहे चौराहे लूट की घटनाएं आम हो गयी है एक लूट की घटना खुल भी नहीं पाती है कि दूसरी घटना को लुटेरे अंजाम दे देते है क्योंकि जिस पुलिस की दम पर प्रदेश में रामराज्य के दावे किये जाते वह अपनी मस्ती में चूर है मतलब पुलिस सुस्त चोर तंदुरुस्त। मुख्यमंत्री जी कमिश्नरेट पुलिस को और दुरुस्त करिये कही ऐसा न हो की आपके अगले शहर आगमन पर बोली गई बात को लोग जुमलेबाजी समझ बैठे जिसकी मुख्य वजह कमिश्नरेट पुलिस की कार्य प्रणाली साबित हो रही है।
आपको बताते चले कि जब पीड़ित ने घटना स्थल वाले चौराहे से डॉयल 112 पर कॉल करके मदद चाही तो मदद के नाम पर सिर्फ़ और सिर्फ़ फार्मेलिटी पूरी की गई। इतना ही नहीं लुटेरे CM योगी के बयान को मुंह चिढ़ाते हुए लूट कर फरार हो गए जिन्हें पुलिस पकड़ने में नाकाम रही। वही जब पीड़ित स्थानीय अर्मापुर थाने एफआईआर दर्ज़ कराने पहुंचा तो उसकी तहरीर पर सिर्फ़ स्टैंप मारकर चलता कर दिया गया या फिर यूं कहें कि एफआईआर दर्ज़ की बजाए पीड़ित को टरका दिया गया।
आपको जानकर हैरानी होगी और कमिश्नरेट पुलिस की कार्य प्रणाली पर शक भी होगा क्योंकि जिस विजय नगर चौराहे पर युवक के साथ लुटेरों ने मोबाइल लूट की घटना को अंजाम दिया वह विजय नगर चौराहा पूरी तरह से CCTV कैमरे से लैस है लेकिन लुटेरों को पकड़ना तो दूर की बात है अर्मापुर थाने वाले साहब को इतनी फुर्सत तक नहीं है कि वह लुटेरों की पहचान CCTV कैमरे ही चेक करा कर सके।
0 Comments