हर तरफ़ से परेशान होती है जनता
नेताजी आएंगे चीखेंगे चिल्लायेंगे और जनता को दिनभर नर्क में छोड़कर आंगे बढ़ जाएंगे।
चुनाव का समय हो या फिर किसी शहर में VVIP का आगमन.....नेता जी आते है अपना उद्देश्य पूरा करते हैं और कुछ देर बाद वापस चले जाते हैं लेकिन पूरे शहर की जनता को नर्क में छोड़ जाते हैं।
जी हां, अब विधानसभा चुनाव का वख्त नज़दीक आ चुका है और नेताओं का हुजूम सड़को पर अपने VIP काफ़िले के साथ निकल चुका है जिसकी वजह से शहर की रफ़्तार थम सी गई है नेताजी जनता का वोट लेने के किये अपनी बड़ाई और दूसरे दलों की बुराई करते नज़र आएंगे लेकिन उद्देश्य सिर्फ़ वोट की चाहत रखना होगा। नेताजी जिस जनता से वोट की चाहत रखते हैं उसी जनता को अपने निजी स्वार्थ के लिये दिन भर नर्क में झोंककर चले जायेंगे और जनता तेज़ धूप में ट्रैफिक जाम का दिनभर नर्क झेलेगी।
0 Comments