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अपहरण उद्योग चला रही है कानपुर पुलिस ?

कानपुर- अपहरण उद्योग चला रही है कानपुर पुलिस ? *दो थाना अध्यक्षों की लड़ाई ने खोल दी गोरख धंधे की पोल* *exclusive CCTV फुटेज़ खोल रहे घिनौने राज* गंदा पर धंधा है यह डायलॉग फिल्मों से निकलकर अब कानपुर में हकीकत का रूप ले चुका है जी हां, कुछ समय पहले तक अपहरण का धंधा चलाने वाले पुलिस के टारगेट पर होते थे लेक़िन कानपुर से जुडी यह ख़बर दर्शाती है कि पुलिस महकमे के अफसर ख़ुद अब सौदागर बन चुके हैं। बीती 15 अक्टूबर 2023 को नवाबगंज थाना पुलिस ने 2 युवकों को गिरफ्तार कर लिया। नवाबगंज पुलिस के सबइंस्पेक्टर विपिन कुमार द्वारा स्वयं मुक़दमा वादी बन जो एफआईआर अपने थाने में दर्ज कराई गई उसमे दिखया गया कि आरोपी युवकों को नवाबगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत आने वाले चिड़ियाघर के पास से अरेस्ट किया गया और दोनों युवकों के पास से लगभग 1200 ग्राम नाजायज गांजा बरामद हुआ था जिसके बाद दोनों ही आरोपी युवकों को नवाबगंज थाना पुलिस ने अरेस्ट कर जेल भेज़ दिया। यह कहानी नवाबगंज थाना पुलिस द्वारा एफआईआर में दर्शाई गई है। लेक़िन जरा ठहरिए पर्दे के पीछे की कहानी नवाबगंज थाना पुलिस और उनके गुड़वर्क के तिलिस्म को भंग करने वाली है। नवाबगंज थाना पुलिस ने जिन युवकों की अरेस्टिंग दिखाई है उनके नाम सौरभ और विनोद हैं जो कि काकदेव अंतर्गत आने वाली डबल पुलिया कच्ची मड़ईया के निवासी हैं सौरभ और विनोद के परिजनों द्वारा 15 अक्टूबर को ही थाना काकदेव पहुंच कर तहरीर दी जिसमें आरोप लगाया कि उनसे 2 लाख रुपयों की फिरौती मांगी गई। फिरौती की बात सुन थाना काकदेव प्रभारी विनय शर्मा के कान खड़े हो गए आनन फानन में विनय शर्मा ने नवाबगंज थाना अध्यक्ष रोहित तिवारी को फोनकर सौरभ व विनोद के विषय में जानकारी ली और तहरीर प्राप्त होने की बात कही लेक़िन शायद उन्हें संतोषजनक जवाब नहीं मिला कुछ देर बाद पता चला कि रोहित तिवारी ने विनय शर्मा की शिकायत उच्च अधिकारियों से करते हुए धमकी देने का आरोप लगा दिया जिस पर तत्कालीन काकदेव इंस्पेक्टर विनय शर्मा को तत्काल प्रभाव से चार्ज विहीन कर दिया। पुलिसिया कहानी की पोल खोलने के लिए CCTV फुटेज़ आपके सामने है जिसमें साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि सौरभ और विनोद को काकदेव थाना क्षेत्र के डबल पुलिया कच्ची मडईया से अलग - अलग बाइक पर बैठाकर लेजाया गया है इस वीडियों में ग्रीन टी-शर्ट में बाइक चला रहे यूवक को दरोगा शुभम सिंह बताया जा रहा है और ब्लैक टी-शर्ट में सिपाही संदीप बताया जा रहा है दूसरा वीडियों बाइक से थाने पहुंचने का है जिसमें सौरभ और विनोद को नवाबगंज थाने लाया गया है। इस पूरी पिक्चर में एक पत्रकार की भूमिका संदिग्ध है उसी के फोनपर से फिरौती मांगने का आरोप तहरीर में लगाया गया है जिससे नवाबगंज थाना प्रभारी इंस्पेक्टर रोहित तिवारी अकेले में बात करते दिखाई दे रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप के बीच CCTV से निकले वीडियों ने पुलिस महकमे को कठघरे में खड़ा कर दिया है अब तक विलेन इंस्पेक्टर विनय शर्मा को माना जा रहा था लेक़िन CCTV फुटेज़ और पीड़ित पक्ष द्वारा थाना काकदेव में दी गई तहरीर में लगाए गए आरोप नवाबगंज थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर रोहित तिवारी की भूमिका को शक के घेरे में खड़े करते हैं जिसकी निष्पक्ष जांच होना बेहद जरूरी है। क्योंकि अपहरण उद्योग चलाने का दाग़ पुलिस पर न लग सके।

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