KDA में वाहन टेंडर अनिमित्ता प्रकरण में सचिव शत्रोहन वैश्य करेंगे जांच
अनिमित्ता के खेल में प्राधिकरण अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध
निष्पक्ष जांच हुई तो कई चेहरे होंगे बेनकाब
व्यक्ति विशेष लोगों को अनिमित्ता के चलते बहुचाया गया लाभ।
कानपुर विकास प्राधिकरण से अब वाहन टेंडर घोटाला सामने आया है इस घोटाले में प्राधिकरण के कई अधिकारियों को निजी लाभ पहुंचाकर मुनाफा कमाने के तथ्य समाने आ रहे हैं।
कानपुर विकास प्राधिकरण में वाहन टेंडर घोटाले को रोकते ने लिए जैम पोर्टल का उपयोग किया गया परंतु KDA सिंडीकेट गैंग के सदस्यों ने टेंडर खोलने वाले कंप्यूटर ऑपरेटर मनोज सिन्हा को अपने साथ मिलाकर टेंडर प्रक्रिया में हुई अनिमित्ता को दरकिनार कर लिया। सबसे ख़ास बात तो यह है कि प्राधिकरण में टेंडर के द्वारा हायर की गई लगभग सभी गाड़ियां प्राइवेट नंबर की हैं जिनसे स्वयं अधिकारी चलते हैं परंतु कानपुर विकास प्राधिकरण का केयर टेकर विभाग जानबूझकर अपनी आंखे बंद किए हुए है और TAXI कोटे वाले वाहनों का भुगतान कर रहा है। वास्तव में सेवा प्रदाता कंपनी से वाहन भी TAXI कोटे अर्थात पीली कामर्शियल प्लेट वाले ही लगने चाहिए परंतु KDA सिंडीकेट गैंग की सरपरस्ती में प्राधिकरण उपाध्यक्ष IAS अरविंद सिंह को गुमराह कर घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है।
0 Comments