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योगी सरकार के बुल्डोजर मैन सत शुक्ला को मिल सकती है "Y" श्रेणी जैसी सुरक्षा

*उत्तर प्रदेश सरकार कभी भी कर सकती है संसुती* *प्रयागराज विकास प्राधिकरण में तैनाती के दौरान गिराई थी मुख़्तार जैसे माफियाओं की बिल्डिंगे* *वर्तमान समय में सत शुक्ला कानपुर विकास प्राधिकरण में OSD (विशेष कार्य अधिकारी) के पद पर हैं तैनात* *कानपुर हिंसा में शामिल माफियाओं की क़मर तोड़ बिल्डिंग ध्वस्त करने का जिम्मा दिया गया है सत शुक्ला को* *हयात जफर हाशमी के कथित रिश्तेदार मोहम्मद इश्तियाक की बेनाझाबर स्थित बिल्डिंग को भी सत शुक्ला के नेतृत्व में ही किया गया ध्वस्त* *कुछ ही दिनों में ऐसी बहुतेरी इमारते होंगी ध्वस्त*। वर्ष 2017 में बनी योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में वर्षो से आतंक और दहशत के बल पर पैठ जमाये बैठे मुख़्तार अंसारी जैसी कई माफियाओं की आर्थिक कमर तोड़ने और उनकी अवैध संपत्ति को जमीदोस करने के लिए प्रयागराज प्राधिकरण में तैनात सत शुक्ला को चुना था सत शुक्ला ने उत्तर प्रदेश शासन और CM योगी के भरोसे को कायम रखते हुए ताबड़तोड़ माफियाओं की अवैध बिल्डिंगों को जमीडोस कर दिया। प्रयागराज में मिशन पूरा कर चुके सत शुक्ला को सुरक्षा के नजरिए से कानपुर विकास प्राधिकरण बतौर OSD बना कर भेज दिया गया। वर्ष 2022 में एक बार फिर योगी सरकार 2.0 बनी और कुछ ही दिनों बाद कानपुर के बेकनगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र चमनगंज यतीमखाना जैसे मोहल्लों में 3 जून दिन शुक्रवार को जुमें की नवाज के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। जिस दिन यह हिंसा कांड कानपुर में हुआ उस समय देश के राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और स्वयं योगी आदित्यनाथ कानपुर में मौजूद थे कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने बड़ी ही जद्दोजहद के बाद हिंसा पर काबू कर सका। कानपुर हिंसा एक सोची समझी साज़िश का हिस्सा थी यह जांच के तथ्यों से पता चल रहा है ऐसे में यूपी CM योगी आदित्यनाथ को एक बार फिर अपना बुल्डोजर मैन याद आया। जिसे अब उपद्रवियों के विरुद्ध एक बार फिर मैदान में उतार दिया गया है KDA उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने भी अपना भरोसा सत शुक्ला पर जताते हुए उन्हें अपने विशेष ध्वस्तीकरण दल की कमान दी है कानपुर हिंसा के बाद आज बेनाझाबर रोड स्थित मोहम्मद इश्तियाक की अवैध बिल्डिंग पर सुबह होते ही बुल्डोजर चल गया। KDA भले ही इसे पूर्व नियोजित कार्यवाही का हिस्सा बता रहा हो लेकिन अंदरखाने चर्चा तो यही है कि मोहम्मद इश्तियाक कथित तौर पर हयात जफर हाशमी का रिश्तेदार है इश्तियाक की इस बिल्डिंग में कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी हाशमी का पैसा भी लगा है जिसका कनेक्शन विदेशी फंडिंग से भी पता चल रहा है। ऐसे ही माफियाओं पर क़मरतोड़ कार्यवाही और सुरक्षा के नजरिये से "Y" श्रेणी की सुरक्षा सत शुक्ला को दी जा सकती है। अभी फिलहाल सत शुक्ला की सुरक्षा में गनर ही तैनात हैं। ऐसा इस लिए भी प्रतीत हो रहा है कि कानपुर शहर में सैकड़ो की तादात में लैंडयूज, प्राधिकरण स्वीकृत मानचित्र के विपरीत एवं अतिरिक्त, बिना पार्किंग के व्यवसायिक बिल्डिंगे बन रही है और बनी भी खड़ी है जिसके सापेक्ष सीलिंग और ध्वस्तीकरण के आदेश भी वर्षो से जारी हैं पर KDA कार्यवाही करने के बजाये उन्हे और बढ़ावा दे रहा है हालाकि यह पूरी खबर सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर है जिसकी पुष्टि आने वाले समय में हो सकती है।

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