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मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद गई थी आंखो की रौशनी

कानपुर:- 6 लोगो की आंखो की रौशनी जाने का मामला मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद गई थी आंखो की रौशनी आराध्या आई हॉस्पिटल ने आयोजित किया था मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप आराध्या हॉस्पिटल के डॉक्टर नीरज गुप्ता ने किया था ऑपरेशन आराध्या हॉस्पिटल पहुंचे एसीएमओ कानपुर कर रहे हैं मामले की जांच DM के निर्देश पर हॉस्पिटल का लाइसेंस किया जा चुका है सस्पेंड कानपुर में डाक्टरों का डाका लगातार जारी है KDA के दस्तावेजों में जो इमारत मानक विहीन है उसी में भ्रष्ट स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से सेटिंग के बल पर आई हॉस्पिटल की एनओसी लेकर मजलूमों के खून चूसने का धंधा खूब फ़ल फ़ूल रहा है। बर्रा बाईपास चौराहे स्थित आराध्या आई हॉस्पिटल में आज ACMO एस के सिंह जांच करने जा पहुंचे। जी हां यह वही आराध्या आई हॉस्पिटल है जिसके द्वारा आयोजित मोतियाबिंद ऑपरेशन कैंप में आंखो का ऑपरेशन कराने वाले 6 बुजुर्गों ने अपनी आंखों की रौशनी खो दी है इन सभी की आंखो का ऑपरेशन आराध्या आई हॉस्पिटल के डॉक्टर नीरज गुप्ता द्वारा किया गया था और ऑपरेशन के कुछ ही घंटे बाद सभी मरीजों को उनके घर भेज दिया गया था जबकि नियमानुसार पेशेंट को कम से कम 12 घंटे अपनी निगरानी में रखना चाहिए था। हालाकि बुजुर्ग पीड़ितों की शिकायत के बाद कानपुर DM विशाख जी अय्यर ने अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया लेकिन जरा गौर से इन तस्वीरों को देखिए जिसमें साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि जब ACMO एस के सिंह जांच करने आराध्या अस्पताल पहुंचे थे तब भी मरीजों को अस्पताल के अंदर देखा जा रहा था। जब लाइसेंस सस्पेंड है तो मरीजों का उपचार अस्पताल प्रबंधन भला कैसे कर सकता है। तो हम आपको बता दें कि यह सब स्वास्थ्य महकमें की कृपा से ही हो रहा है आगे जांच रिपोर्ट में क्या आएगा अब यह आसानी से समझा जा सकता है।

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