*Pollution नियंत्रण बोर्ड की रिश्वतखोरी का कच्चा चिट्ठा आया सामने*
*ज़ाजमाऊ स्थित चमड़ा टेनरियों से ली जाती है लाखों में रिश्वत*
*लखनऊ Pollution विभाग से लेकर कानपुर Pollution विभाग तक जारी है रिश्वत*
*प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर होता है सेटलमेंट का खेल*
*जाजमऊ स्थित वाशिफ़ टेनरी से रिश्वत का कच्चा चिठ्ठा आया सामने*
देश भर में चमड़ा कारोबार के लिए मशहूर कानपुर महानगर प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अफसरानों के लिए अवैध मोटी कमाई का अड्डा बन चुका है। प्रदूषण फैलाने के नाम पर टेनरियों पर रेड की जाती है और फिर शुरू हो जाता है ब्लैकमेलिंग वाले सेटलमेंट का खेल।
ताज़ा मामला कानपुर के जाजमऊ स्थित वाशिफ टेनरी से जुड़ा हुआ है वाशिफ टेनरी में 13 अक्टूबर 2021 में प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने रेड की थी रेड के बाद वाशिफ टेनरी के मालिक वाशिफ अख़्तर के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा भी प्रदूषण नियंत्रण विभाग द्वारा दर्ज़ कराया गया था। मुक़दमा दर्ज़ होने के बाद टेनरी की NOC रिनीवल और रेड मामले में अत्याधिक कार्रवाई नहीं करने के नाम पर मोटी रकम वसूली गई।
इस कच्चे चिट्ठे में लिखी रिश्वतखोरी की इबादत किसी और ने नहीं बल्कि वाशिफ टेनरी के मालिक वाशिफ अख़्तर ने ख़ुद अपने हाथों से लिखी है अब जरा गौर कीजिए कच्चे चिट्ठे में कौन - कौन से विभाग को कब और कितने रुपए का चढ़ावा बतौर रिश्वत चढ़ाया गया है यह सब इस कच्चे चिट्ठे में दर्ज है।
बाइट:- मो० आजाद ख़ान (वाशिफ अख़्तर से पीड़ित)
यह पूरी लिस्ट सामने आने के बाद एक बात तो साफ़ है कि आपकी सांसों और स्वास्थ्य की सुरक्षा का जिम्मा लेने वाला प्रदूषण नियंत्रण विभाग कार्रवाई के नाम पर वाशिफ टेनरी जैसी जाजमऊ स्थित बहुतेरी चमड़ा टेनरियो से धन उगाही का कांड कर रहा है। जिसका आरोप वाशिफ टेनरी के मालिक वाशिफ अख्तर से पीड़ित आजाद गंभीरता से लगा रहा है आजाद की माने तो वाशिफ अख्तर का ससुर अंजुमन पुलिस से डीलिंग कराने का ठेका ले चुका था पुलिस को जो पैसा रिश्वत के तौर पर दिया गया दर्शाया जा रहा है उसे अंजुमन द्वारा दिया गया था यह सभी कानपुर जेल में बंद कुख्यात अपराधी पप्पू स्मार्ट से ताल्लुक रखते हैं और उसकी दहशत के बल पर पूरे जाजमऊ क्षेत्र में अपनी धमक के बल पर धन उगाही सहित टप्पेबाजी का खेल खेलते हैं।
बाइट:- मो० आजाद ख़ान (वाशिफ अख़्तर से पीड़ित)
उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अमित मिश्रा से जब इस रिश्वत के कच्चे चिट्ठे पर बात की गई तो उनका था कि आपके माध्यम मामला संज्ञान में आया है यदि कोई लिखित शिकायत अति है तो गंभीरता से लिया जाएगा।
बाइट:- अमित मिश्रा (क्षेत्रीय अधिकारी कानपुर)
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