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सूबे के मुखिया कुछ भी कहें पर सुनता कोई भी नहीं

कानपुर - सूबे के मुखिया कुछ भी कहें पर सुनता कोई भी नहीं महानगर में धड़ल्ले से संचालित हो रहे अवैध स्टैंड पुलिस के संरक्षण में खुलेआम दबंगई कर रहे हैं अवैध स्टैंड संचालक जी हां आपको बता दें कानपुर महानगर के चौराहों पर अवैध स्टैंड लगातार संचालित हो रहे हैं . सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर सभी जिम्मेदार अधिकारी को चौराहों से अवैध स्टैंड बंद कराने की अनुमति दी थी जिसका पालन जमीनी स्तर पर देखने को नहीं मिल रहा है सभी चौराहों पर अवैध स्टैंड संचालित हो रहे हैं इतना ही नहीं अवैध स्टैंड माफिया अब लोगों का जीना भी दूभर करने मे उतारू हो गए हैं ताजा मामला बर्रा थाना क्षेत्र के बाईपास इलाके का है जहां पर सुनील त्रिवेदी और उनके साथियों द्वारा अवैध स्टैंड संचालित किया जा रहा है और ढाई सौ से 300 गाड़ियों की अवैध वसूली की जा रही है. जिस वसूली का पैसा बर्रा पुलिस को भी पहुंच रहा है. जी हां बिल्कुल सही सुना आपने जहाँ भी दंदफंद या सेटिंग गेटिंग का खेल चल रहा होगा वहाँ भला यूपी पुलिस पीछे कैसे रह सकती है नोटों की गड्डियां देख कर खाकीधारियों की लार ऐसे टपकती है मानो किसी बच्चे के सामने उसकी पसंदीदा चीज़ आ गयी हो इन्ही की दम पर स्टैंड माफिया चौराहों पर खड़े होकर दबंगई से स्टैंड संचालित करवा रहे हैं सिक्योरिटी गार्ड कर्मचारी को सुनील त्रिवेदी और उनके गुर्गो द्वारा दबंगई दिखाकर काफी पीटा गया और पुलिस ने स्टैंड माफियाओं का सहारा लेकर युवक पर जबरन दबाव बनाकर समझौता करा दिया गया जिसके बाद दबंग माफियाओं ने युवक को फिर से लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से पीटा और इतना पीट डाला की युवक मरणासन्न स्थिति में बेहोश हो कर जमीन पर गिर गया घायल युवक को आनन-फानन में राहगीरों ने हैलट अस्पताल में भर्ती कराया जहां पर उसकी आंख में गंभीर चोट आई है और एक हाथ कई जगह से फैक्चर हो गया है सरकारी अस्पताल में सरकारी डॉक्टरों का कहना है आंख के रेटिना का पर्दा फट जाने से अब शायद युवक जीवन में ना देख पाए इसका इलाज कानपुर के बाहर अन्य शहर में हो सकता है कानपुर में इसका कोई इलाज नहीं है जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा युवक ने बताया बर्रा पुलिस अपराधियों से मिली हुई है जिस कारण अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है ऐसे माफियाओं को जेल में होना चाहिए था तो वह खुलेआम घूम रहे हैं बर्रा पुलिस की संलिप्तता से लगातार स्टैंड संचालित हो रहे हैं खानापूर्ति करने के लिए पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर दिया मगर मुकदमे में एफआर लगाने के लिए जबरन दबाव बना रही है कि समझौता कर लिया जाए इलाज का पैसा माफिया आपको दे देंगे और इलाज कराएंगे।

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