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मुगलों के क्रूरता की कहानी देखिए कैमरे की जुबानी

मुगलों के क्रूरता की कहानी देखिए कैमरे की जुबानी खजुराहों के मंदिरों की खंडित मूर्तियां हिंदू धर्म से जुड़े लोगों की आस्था क़ो करती हैं आहत हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियों क़ो मुगलों द्वारा खंडित करने का जानिए उद्देश्य योगी आदित्यनाथ का बयान और यह खंडित मूर्तियां किस ओर कर रहीं इशारा क्या मुगलों की क्रूरता का नामो निशान मिटा देना चाहते हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाराज ? देश में प‍िछले कुछ द‍िनों से सनातन धर्म पर छ‍िड़ी बहस के बीच सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार सनातन धर्म का झंडा ऊँचा कर रहे हैं सनातन धर्म को भारत का राष्ट्रीय धर्म कहते हुए भारत के वो धार्मिक स्थल जो मुग़लों द्वारा क्षतिग्रस्त और अपवित्र किए गए है उनका फिर से जीर्णोद्धार और पुनर्स्थापना का अभियान चलाने की बात कही है. इसी कड़ी के बीच मीडिया ब्रेक की टीम जा पहुंची मध्यप्रदेश स्थित खजुराहो के प्रसिद्ध मंदिरों में जिसमें सबसे पहले खजुराहों में मतंगेश्वर महादेव मंदिर है यह मंदिर लोगों की आस्था का प्रमुख केंद्र है मंदिर में स्थित शिवलिंग 9 फीट जमीन के अंदर और उतना ही बाहर भी है। यही नहीं इसके अलावा मंदिर में मौजूद इस शिवलिंग की हर साल शरद पूर्णिमा के दिन एक इंच लंबाई भी बढ़ जाती है। इसे यहां के अधिकारी इंची टेप से नापते हैं। वहीं मंदिर के पुजारी के अनुसार प्रति वर्ष कार्तिक माह की शरद पूर्णिमा के दिन शिवलिंग की लंबाई एक तिल के आकार के बराबर बढ़ जाती है। चंदेल शासक हर्षदेव के काल में 900 से 925 ई के आसपास इस मंदिर का निर्माण हुआ था लेकिन मुग़लों की नजर से यह मंदिर भी नहीं छुप सका आप देख रहे होंगे इस भव्य मंदिर परिसर में स्थापित सभी देवी देवताओं की मूर्तियां खण्डित हैं अब बात करते हैं कंदरिया महादेव मंदिर की जहां का नजारा मुगलों की सनातन धर्म के प्रति बर्बरता को साफ़ दर्शा रहा था आपको बता दें कंदरिया महादेव मंदिर मूल रूप से एक शिव मंदिर है। जिसका निर्माण राजा धंगदेव चंदेल ने 999 ई मे करवाया था। मंदिर अपनी नागर शैली के स्थापत्य और अपनी कामुक मूर्तियों के लिए प्रसिद्ध हैं। इस मंदिर के गर्भ गृह में एक शिवलिंग है। कन्दरिया मंदिर की दीवारों पर विशिष्ट बलुआ पत्थर से बनी संरचना की कामुकता की कला सांस्कृतिक को एक नया दृष्टिकोण देता है। इस मंदिर की सबसे खास बात यह है कि इस मंदिर की दीवारों पर महिलाओं की सुशोभित करने वाली विभिन्न मुद्राओं के सुंदर चित्र बने हुए हैं जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को बेहद आनंदित करते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि कन्दारिया महादेव मंदिर में 800 से अधिक महिलाओं के चित्र बने हुए है जिनमे से कई चित्र तीन फीट से भी ज्यादा बड़े हैं। लेकिन आज खजुराहो का सबसे बड़ा और सबसे अलंकृत हिंदू मंदिर खण्डित दिखाई दे रहा है तस्वीरों में आप जरा गौर से देखिए की किस तरह मुग़लों ने अपने शासन के दौरान इस मंदिर को और उसमे स्थापित देवी देवताओं की मूर्तियों को चुन चुन कर क्षतिग्रस्त किया है अब देखने वाली बात यह होगी की कब सनातनी लहर इस मंदिर तक आयेगी और इस मंदिर का जीर्णोद्धार होगा

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