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फतेहपुर पुलिस की कलंक गाथा*

*कानपुर* *फतेहपुर पुलिस की कलंक गाथा* *जिस हत्यारी गाडी क़ो फतेहपुर पुलिस न ढूंढ सकी उसे मीडिया ब्रेक ने ढूंढ निकाला* *फतेहपुर में कांडकर कानपुर पहुंच गई Renault कार* *UP78HC6395 कल्याणपुर पुलिस क़ो भनक तक नहीं* *फतेहपुर के SP साहब भी आँखे खोलकर देख ले उनकी पुलिस कितनी ढील्लड है !* बीती 6 फरवरी को प्रयागराज से कानपुर की ओर जा रही तेज़ रफ़्तार Triber कार जिसका नंबर UP78HC6395 ने एक हादसे को अंजाम दे डाला। फतेहपुर के कल्याणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत फैक्ट्री में काम करने वाला मजदूर हाइवे के किनारे खड़े होकर टैक्सी का इंतज़ार कर रहा था तभी Triber कार ने पहले तो बाराबंकी के हाज़ीपुर निवासी धर्मराज क़ो टक्कर मार दी। रईसजादे की टक्कर के बाद घायल युवक triber कार के साइलेंसर में फस गया जिस पर आरोपी युवकों ने कार की रफ़्तार और तेज़ कर दी। लगभग 3 किमी तक घसिटने से धर्मराज की मौत हो गई यह पूरी घटना कई CCTV कैमरों में कैद होने के बाद भी कल्याणपुर पुलिस की घोर लापरवाही के चलते हत्यारोपी कार सहित कार मालिक भूषण मिश्रा मौके से फ़रार हो गया खनन माफिया मोहित बाजपेई का खास भूषण मिश्रा ने पुलिस के साथ ऐसी सांठगांठ रची की घटना करने वाली tribar कार का नंबर ही बदल गया जी हां अब जरा आप भी देखिये पुलिसिया खेल एफआईआर में गाड़ी का नंबर UP78HC6355 लिखा हुआ है जब इस नंबर वाली गाड़ी की पड़ताल करी गई तो फतेहपुर के कल्याणपुर थाने वाले थानेदार साहब की घिग्घी बँध गई क्युंकी घटना करने वाली कार का नंबर तो UP78HC6395 था जो आज तक पुलिस के हाथ नहीं लग पायी या यूं कह ले कि सेटिंग गेटिंग वाला खेल इतना तगड़ा था की पुलिस को निर्दोष और गरीब मजदूर की मौत रास आ गई और रईसजादे भूषण मिश्रा और उसकी गाड़ी को अनदेखा करना सही समझा लेकिन मीडिया ब्रेक की टीम ने उस गाड़ी को अखिरकार ढूंढ ही निकाला देखिए किस तरह tribar कार और उसका हत्यारा मालिक सीना चौड़ा कर के अपनी कार UP78HC6395 को भौती स्थित renault सर्विस सेंटर ले आया और बाकायदा अपनी गाड़ी से मजदूर के खून के छींटो को मिटवा रहा है देखिये किस तरह यह कार साफ़ साफ़ उस निर्दोष मजदूर का दर्द बया कर रही है वाह रे फतेहपुर वाले पुलिस कप्तान साहब ऐसी भी क्या मिलीभगत जो किसी गरीब की जान से बढ़ कर हो। कप्तान साहब सवाल सिर्फ़ इतना सा है कि क्या गरीब का जिंदा रहना और मरना कोई मायने नहीं रखता आख़िरकार हरयारी कार किसकी सेटिंग से कानपुर के भौती स्थित Renault वर्क शॉप पहुंच गई? और आपके मुक़दमा विवेचक जमुहाई लेते रह गए।

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