कानपुर -
*कपडे तक नहीं बदलने दिया और भेज़ दिया जेल*
*न्याय मांगने के लिए कल टंकी पर चढ़ी महिला के साथ हो गया पुलिसिया खेल*
पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगा न्याय मांगने के लिए कल महिला पानी की टंकी पर जिन कपड़ों में चढी थी उन्हीं कपड़ों में उसे आज जेल भेज़ दिया गया। पानी की टंकी पर चढ़ी महिला को कल ACP नौबस्ता अभिषेक पाण्डेय ने न्याय दिलाने का आश्वाशन देते हुए समझा बुझाकर उतारा था लेक़िन आज ACP बाबूपुरवा संतोष सिंह ने महिला को उन्हीं कपड़ों में जेल भेज़ दिया। ख़ास बात तो यह रही कि महिला को उसी केश में आरोपी बनाकर जेल भेजा गया है जिस केश में महिला अपने भाइयों के लिए न्याय मांग रही थी।
एसीपी बाबूपुरवा संतोष कुमार सिंह ने बताया कि कल जो महिला टंकी पर चढ़ी थी उसका नाम अफसाना है और बीती 30 अप्रैल को अफसाना ने अपने पति की गुमशुदगी दर्ज कराई थी जिसके बाद पुलिस ने मृतक शकील की बाइक को पांडू नदी से बरामद किया था और शव को फतेहपुर के पास नदी में बरामद किया था पूरे मामले की विवेचना करने पर पुलिस ने मृतक के सालों अर्थार्त अफसाना के भाइयों को आरोपी बनाकर जेल में भेजा था। पुलिसिया कहानी के अनुसार अफसाना अपने पति शकील की पिटाई से परेशान थी। जिस कारण वह अपने मायके साढ़ चली गई थी। जहा पर अफसाना ने अपने दोनों भाइयों के साथ मिलकर पहले अपने पति शकील को घर बुलाया और उसके बाद उसको शराब पिलाई और उसके साथ मारपीट की। जिससे शकील की मौत हो गई। महिला के भाइयों ने बाइक और शव को पांडु नदी में फेंक दिया था।
पुलिस पहले ही दोनो आरोपी को जेल भेज चुकी है। विवेचना में महिला का नाम भी सामने आया है जिसके बाद महिला को भी आज जेल भेज़ दिया गया।
*पूरी पुलिसिया कहानी में अफसाना पर कार्रवाई करने का तरीका और सलीका जितना हास्यपद हैं उससे कहीं ज़्यादा कार्रवाई की टाइमिंग सवाल खड़े कर रही है। कल के पहले तक अफसाना पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी लेक़िन पुलिस पर आरोप लगाते ही हो गईं कार्रवाई। कल अफसाना को जिन कपड़ों में पानी की टंकी से उतारा गया आज उन्हीं कपड़ों में उसे जेल रवाना कर दिया गया।*
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