कानपुर-
अवैध स्क्रैप फर्म में ब्लास्ट 9 मजदूर घायल
ब्लास्ट में झुलसे 9 मजदूर,अफसरों के रहमोंकरम पर बोगस फर्म की करतूत देखिए।
रिज़वान कुरैशी,वसीम खान उर्फ़ शीबू गैंग का SGST अफसरों से बोगस कनेक्शन।
इलियास एंड संस स्क्रैप सप्लायर रजिस्ट्रेशन ख़त्म होने के बाद भी चला रहा कारोबार
रिज़वान कुरैशी,वसीम खान उर्फ़ शीबू गैंग चला रहा कई जगह स्क्रैप का अवैध कारोबार
अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा था GST चोरी का खेल
अब जांच के नाम पर अधिकारी करेंगे हमेशा की तरह खेल
कहते हैं महकमें के अफसरो का आशीर्वाद हो तो हर नाजायज़ काम भी जायज़ हो जाता है लेक़िन साहब अपने चहेते गुर्गो से मिलीभगत कर क्या गुण खिला रहे थे यह ख़ुलासा तो तब होता है जब ऐसे अवैध कारोबार में अकस्मात धमाका हो जाता है।
कानपुर के जूही राखी मंडी क्षेत्र स्थित स्क्रैप गोडाउन में प्रेशन मशीन का कमप्रेशर फट गया जिसकी वजह से तेज़ धमाका हो गया। स्क्रैप गोदाम में काम कर रहे 9 मजदूर बुरी तरह जख़्मी हो गए। अधिकारी मौके पर पहुंचे और बोले जांच होगी लेक़िन हकीकत अफसरों के मुंह से नहीं निकलेगी।
कानपुर के जूही राखी मंडी, फज़लगंज जरीब चौकी सहित उन्नाव के गहरा में बोगस फर्मो के जरिए जबरदस्त ढंग से स्क्रैप कारोबार किया जा रहा है बोगस फर्मो को 40 से 50 लोगों का संगठित गैंग संचालित कर रहा है इस गैंग को लीड करने का काम वसीम खान उर्फ़ शीबू, मोहम्मद रिज़वान कुरैशी जैसे बहुतेरे सेटिंगबाज़ लोग करते हैं SGST अफसरों के आर्शीवाद से यह बोगस फर्मे अपने जीवन काल अर्थार्त महज़ 6 माह में ही करोड़ों की GST चोरी कर बंद हो जाती हैं और हो भी क्यों न लखनपुर कार्यालय वाले साहब जो महेरबान हैं। हकीकत यह है कि
SGST के अफसर ख़ुद अपनी काली कमाई को बढ़ाने के लिए बोगस फर्म्स खुलावाते हैं और 6 महीनों तक योगी सरकार का खूब टैक्स चोरी कराकर फर्मो को बंद करा देते हैं इन बोगस फर्मो के दस्तावेजो में SGST अफसरों का नाम नहीं होता लेक़िन अफसरों की रकम को वसीम खान उर्फ़ शीबू जैसे गैंग लीडर बिना किसी डर के दिन दुगनी रात चौगुनी तेज़ी से बढ़ाने में सफल होते हैं वास्तविकता में यह टैक्स चोरी किसी और के खजाने में नहीं बल्कि सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ सरकार के खज़ाने में सेंध लगाकर की जा रही है भविष्य में यदि कभी निष्पक्ष जांच हुई तो नोएडा बोगस फर्म कांड से भी बड़ा घोटाला कानपुर में निकलेगा लेक़िन तब तक SGST के नटवरलाल अफसर रिटायर्ड हो चुके होंगे और उनके गुर्गे कहीं और दाव लगाकर सरकारी राजस्व को डकारने में लगे होंगे।
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