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प्रीति वर्मा की प्रताड़ना ने ली बुजुर्ग दिनेश भदौरिया की जान ??

कानपुर- प्रीति वर्मा की प्रताड़ना ने ली बुजुर्ग दिनेश भदौरिया की जान ?? 2 दर्जन मुक़दमाधारी प्रीति वर्मा का कौन है कारख़ास एफआईआर के खेल में माहिर कानपुर की लेडी डॉन को पहचान लीजिए। सुना है कानपुर में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के बाद चिंदी चोरी जैसे 2-4 मुकदमों के आरोपियों को जिलाबदर कर ज़िले से बाहर खदेड़ने की मुहिम पुलिस चला रही है लेक़िन यह क्या लगभग 2 दर्जन मुकदमों में संलिप्त चर्चित अभियुक्त प्रीति वर्मा को कानपुर कमिश्नरेट पुलिस टच तक न सकी बल्कि हाईटेक पुलिस थानों में उसे अफ़सर वाली कुर्सी पर आसीन कराया जाता है जरूर कुछ तो इस कानपुर की लेडी डॉन में कानपुर कमिश्नरेट के पुलिस अफसरों को भाया होगा। कानपुर के पुलिस विभाग में दिलचस्पी रखने वाले हुनरमन्द लोग पिछले लगभग 6 वर्षो से प्रीति वर्मा की अदाओं में फ़िदा हैं और फ़िदा भी क्यों न हो जहां एक तरफ़ पीड़ित अपनी एफआईआर दर्ज कराने के लिए दर-दर अफसरो के चक्कर काटने को मझबूर होते हैं वही प्रीति वर्मा अपने प्रतिद्वंदी पर पलक झपकते ही मुक़दमा दर्ज करा देती है वह भी SCST जैसी संगीन धाराओं में। इसीलिए कानपुर की प्रीति वर्मा को मुक़दमेबाज़ लेडी डॉन नाम से भी लोग पहचानते हैं। प्रीती वर्मा को बेहद नजदीक जानने वाले शहर के एक पत्रकार की बातों में वजन लगता है पेशे से माननीय पत्रकार महोदय बताते हैं कि प्रीती वर्मा का किसी से यूं ही विवाद नहीं रहता बल्कि विवाद के पीछे की वजह सिर्फ़ और सिर्फ़ प्रापार्टी होती है प्रीती पहले तो किसी न किसी बहाने प्रापार्टी पर दखलअंदाजी करती है और फ़िर अपने चाहने वाले ख़ाकी धारियों के सहयोग से अपने विरोधी पर दबाव बनवाती है अगर फ़िर भी सफलता न मिली तो झेलों SCST का मुक़दमा। कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के साउथ ज़ोन अंतर्गत आने वाले हनुमंत बिहार पुलिस स्टेशन पर रखी डेड बॉड़ी देखिए यह डेड बॉड़ी दिनेश भदौरिया की है दिनेश भदौरिया के परिजनों का आरोप है कि प्रीती वर्मा ने प्लाट कब्ज़ाने की नीयत से पहले तो SCST का मुक़दमा दर्ज कराया फ़िर चहते पुलिस कर्मियों के बल पर थाने में बुजुर्ग दिनेश भदौरिया को प्रताड़ित कराया। जिनकी उपचार के दौरान मौत हो गई।कमिश्नरेट पुलिस के अफसरान हनुमंत बिहार थाने में लगे हाईटेक कैमरों का हवाला देकर जांच कराने की बात कर रहे हैं लेक़िन डीपली एग्जामिन तो इस बात का होना चाहिए कि हनुमंत बिहार थाने के इंस्पेक्टर साहब के चहेते कारख़ास तो लेडी डॉन प्रीती वर्मा के टच में नहीं थे अगर ऐसा है तो मामला अलग ही मोड़ ले सकता है वैसे भी शातिर लेडी डॉन किस किस के टच में है यह पहलू तो पुलिस को टच करना ही चाहिए जिससे अंछुये पहलू भी जांच का हिस्सा बन सके।

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